कोलकाता, 09.07.2025:
आज सुबह सियालदह दक्षिण खंड में एक गंभीर रेल दुर्घटना एक सतर्क और सजग ईएमयू ट्रेन चालक की त्वरित प्रतिक्रिया और सूझबूझ के कारण टल गई। चालक ने पटरियों पर एक स्लीपर रखे होने की समय रहते पहचान की और तुरंत कार्रवाई करते हुए किसी भी संभावित दुर्घटना को टाल दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, देउला और मगराहाट स्टेशन के बीच किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा जानबूझकर रेलवे ट्रैक पर एक स्लीपर रखा गया था। यह घटना उस समय हुई जब ट्रैक पर पहले से ही कुछ व्यवधान चल रहा था, जिसका फायदा उठाकर असामाजिक तत्वों ने यह खतरनाक हरकत की।
इसके साथ ही, कुछ शरारती तत्वों द्वारा मगराहाट और देउला स्टेशनों के बीच ओवरहेड इलेक्ट्रिक (OHE) वायरों पर केले के पत्ते फेंक दिए गए, जिससे विद्युत आपूर्ति बाधित हुई और ट्रेन संचालन में असुविधा उत्पन्न हुई। रेलवे की मेंटेनेंस टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंची और केले के पत्तों को हटाकर ट्रेनों की सामान्य आवाजाही बहाल की।
रेल प्रशासन ने इस गैर-जिम्मेदाराना कृत्य की कड़ी निंदा की है, जो यात्रियों और रेलवे कर्मचारियों की जान को खतरे में डालता है और विशेष रूप से आवश्यक यात्राओं में लगे यात्रियों के लिए भारी असुविधा का कारण बनता है। ऐसे कृत्य न केवल खतरनाक हैं, बल्कि रेलवे अधिनियम के तहत दंडनीय अपराध भी हैं।
सियालदह मंडल इस प्रकार की खतरनाक और अवैध गतिविधियों की कड़ी निंदा करता है। रेलवे संरचना से छेड़छाड़ करना, विशेष रूप से ओएचई तारों से, एक गंभीर अपराध है जो सार्वजनिक सुरक्षा और आवश्यक सेवाओं की सुचारू व्यवस्था को सीधे खतरे में डालता है। रेलवे यह सुनिश्चित करता है कि ऐसे अपराधियों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सियालदह मंडल रेल प्रबंधक (DRM) श्री राजीव सक्सेना ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे जिम्मेदारी के साथ व्यवहार करें और रेलवे कर्मचारियों का सहयोग करें, ताकि हमारी रेल सेवाएं सुरक्षित और कुशल बनी रहें। आपकी सतर्कता ही इस प्रकार की घटनाओं को रोकने में मददगार साबित हो सकती है।