कोलकाता, 15.09.2025

लेवल क्रॉसिंग पर सड़क जाम या अधीर वाहन चालकों द्वारा गेट के बैरियर तोड़ने की घटनाएँ अलग-अलग स्थानों पर अक्सर देखी जाती हैं। ऐसे गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार से न केवल ट्रेनों की समयबद्धता प्रभावित होती है, बल्कि सड़क पर भी अनावश्यक जाम लग जाता है और सड़क यातायात में विलंब होता है।

यह भी देखा गया है कि सियालदह मंडल के लेवल क्रॉसिंग गेटों पर, आने वाले वाहन अक्सर ड्यूटी पर तैनात गेटमैन को गेट बंद करने से रोकने का प्रयास करते हैं। यहाँ तक कि छोटे वाहन और पैदल यात्री भी जबरन बंद गेट से पार करने की कोशिश करते हैं, जिससे घातक दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है। सियालदह मंडल सभी से अपील करता है—चाहे वे वाहन चालक हों, पैदल यात्री हों या रिक्शा चालक—कि वे गेट बंद होने, बंद होने की प्रक्रिया में होने, बजर बजने या लेवल क्रॉसिंग पर लाल सिग्नल दिखने पर जबरन गेट पार न करें।

यदि कोई सड़क उपयोगकर्ता ड्यूटी पर तैनात गेटमैन को समय पर गेट बंद करने से रोकता है या गेट बंद होने पर जबरन अंदर घुसता है, तो यह रेलवे अधिनियम के प्रावधानों के अंतर्गत दंडनीय अपराध है।

लेवल क्रॉसिंग पर सड़क उपयोगकर्ताओं को निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:

गेट बंद होना शुरू होने के बाद कभी भी पटरियों को पार करने की कोशिश न करें।

किसी भी परिस्थिति में बंद या बंद हो रहे गेट को तोड़ने, दरकिनार करने या अनदेखा करने का प्रयास न करें।

चेतावनी संकेतों और सिग्नलों पर सतर्क रहें तथा गेट पूरी तरह खुलने और साफ़ संकेत मिलने के बाद ही पार करें।

लेवल क्रॉसिंग पर सुरक्षा नियमों का उल्लंघन दंडात्मक कार्रवाई का कारण बन सकता है।

ध्यान देने योग्य है कि ईस्टर्न रेलवे, सियालदह मंडल समय-समय पर विभिन्न लेवल क्रॉसिंग गेटों पर जागरूकता अभियान भी चला रहा है, ताकि लोगों को सुरक्षित क्रॉसिंग की आदतों के बारे में शिक्षित किया जा सके। इन अभियानों का उद्देश्य लेवल क्रॉसिंग पर नियमों का उल्लंघन करने से होने वाले खतरों को बताना तथा सड़क व रेल दोनों के सुचारु संचालन के लिए यातायात नियमों का पालन सुनिश्चित करना है। सियालदह मंडल एक बार फिर सभी से अपील करता है कि वे लेवल क्रॉसिंग गेट पर सुरक्षा एवं यातायात नियमों का ईमानदारी से पालन करें, जिससे सड़क और रेल दोनों के यातायात का सुगम प्रवाह सुनिश्चित हो सके।