मानव तस्करी के खिलाफ बड़ी सफलता: “ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते” के तहत सियालदह RPF ने नाबालिग लड़की को बचाया, दो तस्करों को पकड़ा*
सियालदह, 6 जुलाई 2025:
उत्कृष्ट सतर्कता और समन्वित प्रयासों की मिसाल पेश करते हुए, सियालदह रेलवे स्टेशन पर रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने मानव तस्करी के एक बड़े प्रयास को विफल कर दिया। इस अभियान में एक नाबालिग लड़की को बचाया गया और दो महिला तस्करों को गिरफ्तार किया गया। यह निर्णायक कार्रवाई “ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते” के अंतर्गत की गई, जो कि श्री एम.के. सिंह, वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त (Sr. DSC) और श्री राजीव सक्सेना, मंडल रेल प्रबंधक (DRM)/सियालदह के सक्षम नेतृत्व में RPF की प्रतिबद्धता का सशक्त प्रमाण है।
यह घटनाक्रम 4 जुलाई 2025 को उस समय सामने आया, जब सियालदह मेन पोस्ट की मानव तस्करी निरोधक इकाई (AHTU) की टीम ने नियमित निगरानी के दौरान प्लेटफॉर्म संख्या 12 पर एक घबराई हुई 16 वर्षीय लड़की, सहानी परवीन को अकेले बैठे हुए देखा। पूछताछ करने पर लड़की ने बताया कि उसे कैनिंग से दिल्ली में एक ऊँची तनख्वाह वाली नौकरी का झांसा देकर लाया गया था और माता-पिता की सहमति से एक रिश्तेदार ने उसे एक अनजान महिला को सौंप दिया था। यह एक बेहद आम लेकिन खतरनाक तरीका है, जिससे मासूम लड़कियों को तस्करी का शिकार बनाया जाता है।
लड़की से मिली जानकारी के आधार पर RPF ने तत्परता दिखाते हुए पहली महिला अकलीमा खातून मोल्ला (47 वर्ष) को पकड़ लिया। पूछताछ में उसने बताया कि वह इस नाबालिग लड़की को आगे मरियम बीबी (39 वर्ष) को सौंपने वाली थी, जिससे लड़की को ट्रेन संख्या 12379 एक्सप्रेस द्वारा दिल्ली भेजा जा सके। RPF ने बिना देर किए मरियम बीबी को भी गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में मरियम ने खुलासा किया कि वह केवल “परिवाहक” (transporter) थी, और लड़की को दिल्ली में ‘नसीर’ नामक व्यक्ति को सौंपने वाली थी, जो उसे घरेलू काम में जबरन लगाने वाला था। वहीं अकलीमा ने कबूल किया कि वह लंबे समय से इस घिनौने धंधे में संलिप्त है और प्रत्येक लड़की के बदले ₹1500 कमाती थी।
इस बड़ी सफलता पर श्री राजीव सक्सेना, DRM/सियालदह ने कहा, यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जिससे एक मासूम बच्ची को अंधकारमय भविष्य से बचाया गया है। RPF टीम की सजगता और समर्पण ने यह सुनिश्चित किया कि मानव तस्करी का यह चक्र यहीं सियालदह में ही टूट जाए।
दोनों आरोपी महिलाओं, अकलीमा खातून मोल्ला और मरियम बीबी को हिरासत में ले लिया गया है। पीड़िता और आरोपियों का चिकित्सीय परीक्षण NRS अस्पताल में करवाया गया। इस संबंध में सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ एक विस्तृत लिखित शिकायत GRPS/सियालदह को सौंपी गई है। शिकायत के आधार पर प्रकरण संख्या 73/2025, दिनांक 04.07.2025 के तहत दोनों आरोपियों के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 143(4) के तहत मामला दर्ज कर विधिसम्मत कार्रवाई की जा रही है। फिलहाल, बचाई गई नाबालिग लड़की GRPS/सियालदह की देखरेख में सुरक्षित है।